बागपत। कोरोना वायरस को लेकर अब अफवाहों का दौर शुरू हो गया। सोमवार को तड़के बागपत में अफवाह फैल गई कि जो सो रहा है, वह सोता ही रह जाएगा। इस अफवाह को हवा तब मिली, जब जनपद के निरपुड़ा गांव में पांच लोगों की मौत होने की अफवाह फैल गई। इस पर हर गांव और शहर में लोगों ने अपने रिश्तेदारों व अन्य लोगों को जगा दिया। खेकड़ा में परिवार के जमीन में समाने की अफवाह फैली, तो कांशीराम कालोनी के लोग घरों से बाहर निकल आए। दर्जनों परिवारों ने बैठकर रात काटी। घरों के दरवाजे पर दीपक जलाए, तो कुछ ने हल्दी के छापे लगाए।
रविवार देर रात्रि खेकड़ा-नानू मार्ग स्थित कांशीराम कॉलोनी में एक-एक कर कई मकान में फोन बजने लगे। कुछ देर बाद ही कॉलोनी में खलबली मच गई। कानाफूसी के बाद सभी लोग मकानों से बाहर निकल आए। पता लगा तो अफवाह थी कि उत्तराखंड का खेड़ा गांव पलटकर जमीन में समा गया है। स्याना में मकान जमीन में समाने पर लोगों के पत्थर बन गए। बचाव के लिए महिलाओं ने मकानों के गेट पर हल्दी के हाथ से निशान भी बनाए। खट्टा प्रहलादपुर गांव में दिन निकलते ही किसी ने मंदिर से अनाउंसमेंट कराया कि जल्दी उठ जाओ वरना पत्थर बनोगे। बचाव को माता मंदिर में जलाभिषेक करने के साथ ही महिलाओं ने घरों के बार उपले भी जलाए। गांव के माता मंदिर पर जलाभिषेक करने के लिए महिलाओं की दोपहर तक भीड़ लगी रही। युवाओं ने महिलाओं को समझाया कि सब अफवाह हैं। इसके बाद ही महिलाओं ने घरों से निकलना बंद किया।
लोगों किया जा रहा जागरूक
एसपी प्रताप गोपेन्द्र यादव ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है, साथ ही अफवाह फैलाने वाले असामाजिक तत्वों भी नजर रखी जा रही है। लोगों को भ्रमित करने वालों बख्शा नहीं जाएगा।