सहारनपुर। प्रातरू स्मरणीय श्री गुरू रविदास जी महाराज के 643 वें प्रकाशोत्सव के अन्तर्गत आयोजित
कार्यक्रमों की श्रंखला में आज श्री गुरू रविदास धर्म प्रचार सेवा समिति के तत्वावधान में श्री गुरू
रविदास जी महाराज की अमृतवाणी का सात दिवसीय सत्संग पाठ से आरंभ हो गया।
मौहल्ला गढ़ी मलूक नम्बर 2 में आयोजित अमृतवाणी सत्संग में रविदासाचार्य तीरथ पाल रविदासिया
ने कहा कि सतगुरू रविदास महाराज के आदर्शो व सिद्धान्तों पर चलकर ही मानव जाति में समता, समानता
एवं समरसता व भाईचारा कायम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गुरू रविदास जी महाराज ने जीवन
भर में अंध विश्वास व अज्ञानता के खिलाफ संघर्ष किया तथा समाज में व्याप्त छूआछूत व
भेदभाव को भी समाप्त करने की पहल की। रविदासाचार्य तीरथ पाल रविदासिया ने कहा कि आज युवा
पीढ़ी को नशा तथा अन्य व्यस्नों से दूर रहकर गुरू रविदास की शिक्षाओं को अपने जीवन में
आत्मसात् करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि गुरू रविदास जी के अनुयासी अपने बच्चों को
गुरू रविदास जी की अमृतवाणी के साथ-साथ स्कूली शिक्षा भी देने का भी काम करें। सत्संग
पाठ का शुभारंभ नाथीराम एडवोकेट ने फीता काटकर किया। इस मौके पर रविदासाचार्य तीरथ
पाल रविदासिया, पूर्व सभासद ज्योति प्रसाद एवं मोहकम सिंह एडवोकेट ने गुरू रविदास जी के चित्र के
सम्मुख दीप प्रज्जवलित किया। सत्संग के दौरान सविता अम्बेडकर, ऊषा बर्मन, लता एवं अरूण ने गुरू
रविदास जी की वाणियों पर आधारित भजन, कीर्तन का श्रद्धालुओं को भाव विभोर किया। सत्संग
का संचालन मोहकम सिंह एडवोकेट ने किया तथा आशीष बर्मन, अर्चना सिंह, विनोद
एडवोकेट, शुभम बर्मन, जितेन्द्र, लता देवी, रूही सिंह, लारा बर्मन, पीहू सिंह आदि ने सत्संग के
दौरान आयोजित गुरू के भण्डारे में अपनी सेवा अर्पित की।