सहदेव ने स्थापित किया था बनखंडी महादेव मंदिर

सहारनपुर। जनपद मुख्यालय से 15 किमी दूर सरसावा स्थित सिद्धपीठ श्री बनखंडी महादेव मंदिर सभी सनातन धर्म प्रेमियों की आस्था का केंद्र हैं। महा शिवरात्रि पर्व के लिए यहां तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।



नकुड़ रोड़ पर स्थित श्री बनखंडी महादेव मंदिर में भगवान आशुतोष पिडी के रुप में विराजमान हैं। किंवदंती है कि यहां शिवलिग की स्थापना पांडवों के वनवास के समय सहदेव ने की थी। उस समय यहां घने जंगल हुआ करते थे। इसलिए पहले सरसावा को सिरस वन के नाम से भी जाना जाता था। बाद में इसका नाम सिरसा पट्टन और फिर इसका नाम सरसावा पड़ गया।


श्री बनखंडी महादेव मंदिर की जमीन को लेकर चल रहे विवाद का पटाक्षेप होने के बाद यहां पिछले चार साल से भगवान भोलेनाथ का भव्य मंदिर निर्माणाधीन है। उससे पहले यहां भगवान शिव खुले आसमान के नीचे विराजमान थे और धूप व बरसात से बचाव के लिए तिरपाल डालकर छांव की गई थी। श्री बनखंडी महादेव मंदिर पर हर साल श्रावण मास की शिवरात्रि और फाल्गुन मास में शिव चौदस पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव का जलाभिषेक हरिद्वार से लाए गए पवित्र गंगाजल से करते हैं। इस साल महाशिवरात्रि पर 21 फरवरी के दिन शुक्रवार को जलाभिषेक होगा।


जनपद के अलावा दूसरे राज्यों के श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में यहां जलाभिषेक को आते हैं। श्रावण और फाल्गुन में लगने वाले मेलों की व्यवस्था श्री बनखंडी महादेव मंदिर कमेटी करती है। वर्तमान में इसके प्रधान बिजेंद्र मोगा हैं। सुरक्षा की ²ष्टि से यहां पिछले दो दशक से लगातार पुलिस पिकेट तैनात रहती है।